पुष्यामृत योग meaning in Hindi
[ puseyaamerit yoga ] sound:
पुष्यामृत योग sentence in Hindi
Meaning
संज्ञा- गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र के आने से होने वाला योग:"गुरु पुष्य योग में चाँदी, सोने, नये वाहन, बही-खातों की खरीदारी एवं गुरु ग्रह से संबंधित वस्तुएँ अत्यधिक लाभ प्रदान करती हैं"
synonyms:गुरु पुष्य योग, गुरु-पुष्य योग
Examples
More: Next- पुष्यामृत योग में कोई भी कार्य करने पर यशदायक होता है।
- वैसे आजादी के बाद 31 मार्च 1985 को रवि पुष्यामृत योग अवश्य बना था।
- इसके बाद अगले दिन गुरुवार को पुष्यामृत योग है , जो बारिश के लिए उत्तम है।
- गुरु पुष्यामृत योग इस वर्ष दीपावली के पूर्व गुरु पुष्यामृत योग 1 नवंबर 2007 को आ रहा है।
- गुरु पुष्यामृत योग इस वर्ष दीपावली के पूर्व गुरु पुष्यामृत योग 1 नवंबर 2007 को आ रहा है।
- गुरु पुष्यामृत योग सर्व सुखकारी , नवीन प्रतिष्ठान शुभारंभ, गृह प्रवेश के लिए सिद्धिकारक तथा यश कीर्ति बढ़ाने वाला है।
- वासंती नवरात्र के समापन के बाद 25 मार्च , गुरुवार को गुरु पुष्यामृत योग सुबह 10.41 के पश्चात दिन भर रहेगा।
- उसी तरह गुरु पुष्यामृत योग नवीन प्रतिष्ठान , व्यापार-व्यवसाय, उद्योग, आर्थिक विनिमय, मंत्र दीक्षा, संत दर्शन और मंदिर निर्माण आदि के लिए सर्वश्रेष्ठ बताया गया है।
- उसी तरह गुरु पुष्यामृत योग नवीन प्रतिष्ठान , व्यापार-व्यवसाय , उद्योग , आर्थिक विनिमय , मंत्र दीक्षा , संत दर्शन और मंदिर निर्माण आदि के लिए सर्वश्रेष्ठ बताया गया है।
- यदि पुष्य नक्षत्र रविवार या गुरुवार को आ जाता है तो ऐसे रवि पुष्यामृत योग में तंत्र साधना , मंत्र साधना, गुरु मंत्र ग्रहण, औषधि निर्माण एवं ग्रहण और योग, उपासना शीघ्र फलदायी होती है।